जम्मू-कश्मीर में अब तक तक के सबसे घातक आतंकी हमले में सीआरपीएफ के कम से कम 37 जवान शहीद हो गए और 40 से ज्यादा घायल हो गए। पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर गुरुवार को एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी अपनी एसयूवी कार को सीआरपीएफ की बस के काफिले में टक्कर मार दी। सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने पर दुनिया भर में गुस्से और सदमे की लहर है।
सीआरपीएफ के 78 वाहनों का काफिला 2500 जवानों को लेकर जम्मू से श्रीनगर आ रहा था। हमलावर ने जिस बस में टक्कर मारी वह 54वीं बटालियन की थी जिसमें 44 जवान सवार थे।
पाकिस्कानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली है। जैश प्रवक्ता ने वीडियो जारी कर दावा किया कि इसे आदिल अहमद डार उर्फ वकास कमांडो ने अंजाम दिया। आदिल अहमद डार पुलवामा के काकापोर का रहने वाला था और 2018 में जैश में शामिल हुआ था। डार पुलवामा के गुंडी बाग से आतंकी नेटवर्क चलाता था।
सीआरपीएफ काफिले पर आत्मघाती हमले को अंजाम देने के लिए डार ने कार में लगभग 300 किलो से अधिक आरडीएक्स रखा हुआ था। इतने आरडीएक्स के धमाके एक ट्रक करीब 40 मीटर तक हवा में उछल सकता है।
वर्ल्ड मीडिया में हमले की कवरेज
डॉन : 5 लाख जवान तैनात कर रखे हैं, फिर भी सबसे बड़ा आतंकी हमला
पाकिस्तानी अखबार डॉन ने लिखा, "सितंबर 2016 के बाद भारतीय सेना पर यह सबसे बड़ा हमला है। कश्मीर में भारत ने 5 लाख जवान तैनात कर रखे हैं। कश्मीर 1989 से आजादी या पाकिस्तान में विलय के लिए लड़ाई लड़ रहा है। भारत पाकिस्तान को कश्मीर में अस्थिरता का दोषी ठहराता रहा है, जबकि पाकिस्तान इसे खारिज करता रहा है।
बीबीसी : भारतीय सुरक्षाबलों पर अब तक का सबसे घातक हमला
ब्रिटेन के समाचार संगठन बीबीसी न्यूज ने लिखा, "आतंकियों ने भारतीय सुरक्षाबलों पर अब तक का सबसे घातक हमला किया है। पाकिस्तानी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ली है। यह दो दशक में सबसे बड़ा आतंकी हमला है। कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान अपना- अपना दावा जताते रहे हैं। दोनों देश अभी तक तीन लड़ाई भी लड़ चुके हैं।"
द वॉशिंगटन पोस्ट : तीन दशक में कश्मीर में सबसे बड़ा आतंकी हमला
अमेरिकी अखबार द वॉशिंगटन पोस्ट ने लिखा, "कश्मीर में तीन दशक में पहली बार सेना पर इतना बड़ा हमला हुआ है। जैश-ए-मोहम्मद कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाना चाहता है। पिछले साल संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका ने इस आतंकी संगठन के मुखिया मसूद अजहर को आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव रखा था, पर चीन ने वीटो कर दिया था।"
द गार्जियन : करीब 20 सालों में विवादित क्षेत्र में पहली आत्मघाती कार बम विस्फोट
ब्रिटने के अखबार द गार्जियन ने लिखा, "देश के इतिहास में यह हमला युद्ध क्षेत्र के बाहर हुए सबसे घातक में से एक है। गुरुवार का हमला करीब 20 वर्षों में कार बम का इस्तेमाल कर किया गया पहला हमला है। यह एक दशक में आतंकवाद के लिए सबसे घातक साल है। संयुक्त राष्ट्र और ब्रिटेन ने जैश-ए-मोहम्मद को आतंकवादी समूह घोषित किया है और पाकिस्तानी सरकार के भीतर तत्वों के संबंध होने का आरोप लगाया है। चीन ने भारत सरकार द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जैश के सरगना मसूद अजहर को आतंकवादी घोषित करने की कोशिशों पर बार-बार रोड़ा अटकाया है।"
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट: हमले का संदेह पाकिस्तान पर
चीन के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने लिखा, "तीन दशक पहले क्षेत्र में उग्रवाद शुरू होने के बाद से सुरक्षाकर्मियों पर किया गया सबसे बुरा हमला है। इस घटना के बाद शक की सूई सीधे पाकिस्तान की ओर मुड़ जाती है। कश्मीर में साल 2000 से 2005 तक कई कार बम विस्फोट हुए जिसमें भारतीय सैनिकों को बड़ी क्षति पहुंची। इन हमलों ने भारतीय अधिकारियों को कश्मीर में काम कर रहे सैनिकों के लिए बमरोधी बख्तरबंद वाहनों की खरीद के लिए मजबूर किया था।"
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने लिखा है कि भारतीय सैनिक "कश्मीर में हर जगह मौजूद हैं और उनकी उपस्थिति को लेकर स्थानीय निवासी अपने गुस्सा को थोड़ा गुप्त बनाए रखते हैं।"
पुलवामा आतंकी हमला: विश्व मीडिया ने हमले की कैसी कवरेज की
Reviewed by Akash Sharma
on
February 14, 2019
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