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पुलवामा हमले में एनआईए ने दोबारा दर्ज किया मुकदमा

February 20, 2019
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले की जांच के लिए बुधवार को मामला फिर से दर्ज किया। इसी के साथ राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पुलवामा आतंकी हमले की जांच औपचारिक रूप से अपने हाथ में ली है। एनआईए की 12 सदस्यीय टीम सीएफएसएल (सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी) के एक्सपर्ट के साथ पहले से ही श्रीनगर में कैंप कर रही है।इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।

एनआईए दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के उस क्षेत्र से विस्फोटक के नमूने और साक्ष्य एकत्रित कर चुकी है जहां पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक सामग्री से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों को लेकर जा रही बस में टक्कर मार दी थी।
एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि एजेंसी ने ‘मामला फिर से दर्ज किया है और इस मामले की जांच के लिए एक जांच दल गठित किया गया है।’ यह एजेंसी देश में आतंकी हमलों की जांच का जिम्मा संभालती है।
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शाहिद अफरीदी ने भारत के खिलाफ उगला जहर, इमरान खान को दिया खुला समर्थन

February 20, 2019

पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले के बाद दुनिया भर में पाकिस्तान की थू-थू हो रही है। इसके जवाब में पहली बार मंगलवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने अपनी बात रखी थी। इमरान खान के बाद अब पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी का भी बयान आया है।
दरअसल, आतंकी हमले के पांचवें दिन इमरान खान ने इन आतंकी हमलों में पाकिस्तान की भूमिका को सिरे से नकारा था। इमरान ने कहा कि भारत उनके देश पर बेबुनियाद आरोप लगा रहा है और अगर भारत युद्ध करेगा तो पाकिस्तान उसका जवाब देगा।

अफरीदी ने इमरान खान के इस बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि भारत युद्ध करेगा तो पाकिस्तान उसका करारा जवाब देगा। अफरीदी ने सोशल मीडिया पर इमरान खान के इस बयान को रीट्वीट किया है।

याद हो कि इमरान खान ने पुलवामा हमले से अपनी धरती के इस्तेमाल होने से इनकार करते हुए जांच में सहयोग का पुराना राग अलापा था। उन्होंने कहा था कि, 'आप जिस तरीके की तहकीकात करना चाहते हैं हम तैयार हैं। आपके पास इंटेलिजेंस रिपोर्ट है तो हमें सबूत दें हम एक्शन लेंगे'।
इस पूरे मामले के बाद भारत हर मोर्चे पर पाकिस्तान का बहिष्कार करने में लगा है। 30 मई से शुरू होने वाले क्रिकेट विश्व कप में भी बीसीसीआई पाकिस्तान से मैच नहीं खेलने का मन बना रहा है। हालांकि पूरा मामला विश्व कप के नजदीक ही स्पष्ट हो पाएगा।
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ममता बनर्जी का बड़ा बयान, कुछ पार्टियां देश में फैला रही हैं अफवाह और नफरत

February 20, 2019

mamata banerjee - फोटो : PTI


लोकसभा चुनाव 2019 से पहले सियासी बयानबाजी चरम पर है। राजनीतिक दल एक दूसरे पर जोरदार हमला बोल रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि राजनीतिक दलों और समूहों का एक वर्ग अपने खतरनाक बयानों के जरिए अफवाह और नफरत फैला रहा है। ममता ने ट्वीट कर कहा कि राजनीतिक दलों, समूहों का एक वर्ग संवैधानिक पदों पर आसीन लोगों के साथ खतरनाक बयानों के जरिए अफवाह और नफरत फैला रहा है। यहां तक कि पत्रकारों को भी नहीं बख्शा गया। यह शर्मनाक राजनीति है। हम किस तरह की दूषित राजनीति देख रहे हैं। 


पुलवामा हमले के बाद मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय ने जम्मू कश्मीर से सामान की खरीदारी समेत हर कश्मीरी चीज का बहिष्कार करने का आह्वान किया था। ममता का ये बयान इसी के मद्देनजर आया है। 
गौरतलब है कि ममता ने पुलवामा हमले के समय को लेकर सोमवार को सवाल उठाया था कि क्या सरकार उस वक्त युद्ध चाहती है जब लोकसभा चुनाव नजदीक आ गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पठानकोट आतंकी हमले के बाद कुछ नहीं किया और अब चुनाव से पहले युद्ध की स्थिति पैदा करना चाहती है। 
(इनपुट- भाषा)
ममता बनर्जी का बड़ा बयान, कुछ पार्टियां देश में फैला रही हैं अफवाह और नफरत ममता बनर्जी का बड़ा बयान, कुछ पार्टियां देश में फैला रही हैं अफवाह और नफरत Reviewed by Akash Sharma on February 20, 2019 Rating: 5

कल्याण सिंह का बड़ा बयान, 'वक्त आ गया है कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म की जाए'

February 20, 2019
राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह - फोटो : एएनआई
पुलवामा में भारतीय सुरक्षा बल पर हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के हालात बिगड़ रहे हैं। देशभर में चल रही चर्चाओं में धारा 370 का मुद्दा भी खूब उछल रहा है। अब राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह का भी इसे लेकर बयान आया है। कल्याण सिंह ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाली धारा 370 को समाप्त करने का समय आ गया है।' उन्होंने कहा कि इससे अलगाववादियों को प्रोत्साहित मिलता है और देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा पैदा होता है। 




कल्याण सिंह का बड़ा बयान, 'वक्त आ गया है कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म की जाए' कल्याण सिंह का बड़ा बयान, 'वक्त आ गया है कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म की जाए' Reviewed by Akash Sharma on February 20, 2019 Rating: 5

हिमाचल-तिब्बत सीमा पर हिमखंड की चपेट में आने से पांच जवान लापता, एक शहीद

February 20, 2019
हिमाचल में जिला किन्नौर से सटी तिब्बत सीमा पर सेना के छह जवानों के हिमखंड की चपेट में आने की सूचना है। सेना के प्रवक्ता के अनुसार किन्नौर नमज्ञा डोगरी नामक स्थान पर हिमखंड गिरने से पांच जवान लापता बताए जा रहे हैं, जबकि एक जवान शहीद हो गया है।

सूचना मिलते ही प्रशासन और सेना के जवान मौके पर पहुंचे। फिलहाल तलाशी अभियान चल रहा है। जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह 16 जवान दो अलग-अलग दल बनाकर नमज्ञा डोगरी में गश्त कर रहे थे।

150 लोगों का दल जवानों को खोजने में लगा


इसी दौरान आईटीबीपी के चार और सेना के छह जवान हिमखंड की चपेट में आ गए। इसके बाद आईटीबीपी के जवानों को साथी जवानों ने रेस्क्यू किया। लेकिन पांच अन्य जवान बर्फ के नीचे दब गए।
एक जवान को घायल अवस्था में तुरंत रेस्क्यू किया गया लेकिन पूह अस्पताल पहुंचते ही जवान ने दम तोड़ दिया। पुलिस और आईटीबीपी के जवान घटनास्थल पर हैं।
जवानों को खोजने के लिए रेस्क्यू अभियान चल रहा है। सेना और प्रशासन के करीब 150 लोगों का दल जवानों को खोजने में लगा है। एसपी किन्नौर साक्षी रेस्क्यू अभियान चला है। 
हिमाचल-तिब्बत सीमा पर हिमखंड की चपेट में आने से पांच जवान लापता, एक शहीद हिमाचल-तिब्बत सीमा पर हिमखंड की चपेट में आने से पांच जवान लापता, एक शहीद Reviewed by Akash Sharma on February 20, 2019 Rating: 5

पाकिस्तान के पीएम को भारत का तमाचा, कहा गुमराह न कीजिए, कार्रवाई कीजिए

February 19, 2019
इमरान खान (फाइल फोटो)

भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के वक्तव्य पर उन्हें आईना दिखाते हुए कूटनीतिक तमाचा मारा है। भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की नैतिकता पर सवाल उठाए और उनसे कहा कि वह दुनिया को गुमराह करने की बजाय अपने देश में, अपनी जमीन से चल रहे भारत विरोधी आतंकी संगठ्र के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के आरोपों न केवल खारिज किया, बल्कि दो देशों के बीच किसी घटना के होने की दशा में एक शिखर नेता को उसकी तहजीब भी याद दिलाई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के इस तरह से सामने आने पर कोई आश्चर्य नहीं है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भारतीय सुरक्षा बलों पर पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले को आतंकी घटना के रूप में नहीं ले रहे हैं।

उन्होंने न तो इस आत्मघाती हमले की निंदा या भत्र्सना की और न ही इस हमले में शहीद हुए भारतीय सुरक्षा बलों के परिवार के प्रति कोई संवेदना प्रकट की। उल्टे वह इस आत्मघाती हमले को लेकर भारत से जांच करने की बात करके पाकिस्तान के लोगों का हाथ होने का सबूत मांग रहे हैं।

रवीश कुमार ने कहा कि इससे बड़ा सबूत क्या होगा कि पाकिस्तान से चलने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने खुद इसकी जिम्मेदारी ले ली है। जैश-ए-मोहम्मद के हमले को अंजाम देने वाले आतंकी ने खुद वीडियो जारी करके सच बताया है।

रवीश कुमार ने कहा कि यह पूरी दुनिया जानती है। यह कोई छिपा हुआ तथ्य नहीं है कि जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में है। वह पाकिस्तान में रहकर भारत विरोधी आतंकी गतिविधियों को संचालित करता है। 

खोखला वादा करता है पाकिस्तान

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पाकिस्तान को उसकी पुरानी प्रतिबद्धताओं की याद दिलाते हुए कहा कि उसका रिकार्ड बहुत खराब है। पाकिस्तान के वादा करने पर भारत ने उसे 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले में उसे पर्याप्त सबूत दिए थे। लेकिन पिछले दस साल से पाकिस्तान ने कोई कार्रवाई नहीं की। लश्करे तोइबा के हाफिज मोहम्मद सईद समेत मुंबई हमले के गुनहगार अब भी पाकिस्तान में खुले में घूम रहे हैं और महफूज हैं। जबकि संयुक्त राष्ट्र ने इस संगठन पर प्रतिबंध लगा रखा है। पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकी हमले के मामले में भी पाकिस्तान ने कुछ नहीं किया। रवीश कुमार ने इस संदर्भ में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री द्वारा नया पाकिस्तान, बदला हुआ पाकिस्तान जैसे दावे को खारिज कर दिया। 

दुनिया जानती है पाकिस्तान का सच

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अपने देश को आतंकवाद से पीडि़त बता रहे हैं। पाकिस्तान का यह दावा सच से कोसो दूर है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जो सच है, वह बताने की जरूरत नहीं है। पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान आतंकवाद को न केवल पनाह देता है, बल्कि उसका नर्व सेंटर है। 
 

बात नहीं हो सकती

रवीश कुमार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के शांति वार्ता जैसे प्रस्ताव को साफ सिरे से खारिज कर दिया। रवीश कुमार ने कहा कि भारत इस तरह की वार्ता के पक्ष में नहीं है। उन्होंने भारत की नीति को दोहराते हुए कहा कि आतंकवाद और समग्र वार्ता प्रक्रिया या शांति बहाली के प्रयास साथ-साथ नहीं चल सकते। 

पाकिस्तान के पीएम को भारत का तमाचा, कहा गुमराह न कीजिए, कार्रवाई कीजिए पाकिस्तान के पीएम को भारत का तमाचा, कहा गुमराह न कीजिए, कार्रवाई कीजिए Reviewed by Akash Sharma on February 19, 2019 Rating: 5

महबूबा ने की पाक पीएम की वकालत, कहा अभी कुर्सी संभाली है एक चांस मिलना चाहिए

February 19, 2019
महबूबा मुफ्ती

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी। मंगलवार को इमरान खान ने अपने देश को संबोधित किया और काफी कुछ कहा। पाक पीएम के बयान पर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट करते हुए कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को एक चांस मिलना चाहिए, क्योंकि उन्होंने अभी हाल ही में पद संभाला है।

महबूबा ने कहा, 'सहमत नहीं हूं! पाकिस्तान को पठानकोट का डोजियर दिया गया था, लेकिन अपराधियों को सजा देने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। समय आ गया है आगे बढ़ने और बात करने का। लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को एक चांस मिलना चाहिए क्योंकि उन्होंने हाल ही में पद संभाला है। बेशक चुनावों की तुलना में युद्ध संबंधी बयानबाजी अधिक हो रही है।'
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों पर सवाल उठाया और कहा कि उनका देश स्थिरता चाहता है ना कि आतंकवाद । इमरान ने कहा कि अगर पुलवामा हमले पर भारत के पास सबूत हैं या खुफिया जानकारी है तो मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि हम कार्रवाई करेंगे।

गीदड़ भभकी देते हुए पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करने के बारे में सोच रहा है तो हम निश्चित रूप से इसका जवाब देंगे। कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा। पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए की जा रही मांग पर खान ने कहा कि जंग शुरू करना आसान है लेकिन इसे खत्म करना मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि, जब पाकिस्तान स्टेबिलिटी की तरफ जा रहा है तो हम ये क्यों करेंगे? इससे हमें फायदा क्या है? बिना सबूत पाकिस्तान पर इल्जाम लगाया जा रहा है? पाकिस्तान को पुलवामा हमले से क्या फायदा मिलेगा? हम जांच के लिए तैयार हैं।

जांच के लिए तैयार
हम जांच के लिए तैयार हैं। दहशतगर्दी में 70 हजार पाकिस्तानी मारे गए हैं। हमारा 100 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है। हम बात करने को तैयार। बातचीत से मसला हल होगा। हम आतंक पर बात करने को तैयार हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि आप पाक पर हमला करेंगे तो पाकिस्तान भी पीछे नहीं रहेगा। हम पीछे नहीं हटेंगे। हम दहशतगर्दी की बात करेंगे।  उन्होंने कहा कि हम युद्ध का पूरा जवाब देंगे।
  कार्रवाई को तैयार
हम नहीं चाहते कि कोई हमारी धरती से हिंसा फैलाए। मैं भारत सरकार को ये बोलना चाहता हूं कि अगर पाकिस्तान के खिलाफ सबूत मिलते हैं तो हम कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं।
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सरकार का केंद्रीय कर्मचारियों को तोहफा, 3 फीसदी बढ़ाया महंगाई भत्ता

February 19, 2019
केंद्रीय कैबिनेट की बैठक मंगलवार को संपन्न हुई। कैबिनेट ने कई महत्वपूर्ण फैसलों पर मुहर लगाई। यहां सरकारी कर्मचारियों को 1 जनवरी 2019 से महंगाई भत्ता तीन फीसद बढ़ाने को भी कैबिनेट ने अपनी मंजूरी दी। अहमदाबाद मेट्रो फेज 2 और रैपिड रेल सेवा पर भी कैबिनेट ने मुहर लगाई। इसके साथ ही तीन तलाक बिल, इंडियन मेडिकल काउंसिल, कंपनी लॉ अमेंडमेंट और बैनिंग ऑफ अनरेगुलेटेड डिपॉजिट स्कीम बिल से जुड़े अध्यादेश को कैबिनेट ने मंजूरी दी।


वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिये एक जनवरी से महंगाई भत्ता तीन प्रतिशत बढ़ाने को मंजूरी दी है।

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ क्षेत्रीय द्रुत परिवहन प्रणाली को हरी झंडी, 30,274 करोड़ रुपये खर्च होंगे

सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी को गाजियाबाद के रास्ते मेरठ से जोड़ने के लिए क्षेत्रीय द्रुत परिवहन प्रणाली के निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।। इस पर 30,274 करोड़ रुपये की लागत आएगी। केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंगलवार को यहां हुई बैठक में यह फैसला किया गया।

बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, ‘मंत्रिमंडल ने क्षेत्रीय द्रुत परिवहन प्रणाली (आरआरटीएस) के निर्माण को मंजूरी दे दी है। यह 82.15 किलोमीटर की होगी।’ इस 82.15 किलोमीटर में से 68.03 किलोमीटर का मार्ग पुल के रूप में खंभों पर होगा और शेष 14.12 किलेामीटर का रास्ता भूमिगत होगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर 30,274 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। मेरठ और गाजियाबाद उत्तर प्रदेश में हैं। 

दिल्ली से मेरठ के बीच रैपिड रेल को मंजूरी मिली

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में त्वरित यातायात सुविधा विकसित करने के लिये दिल्ली से मेरठ के बीच रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) परियोजना को केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में 30 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली आरआरटीएस परियोजना को मंजूरी दी गई। उन्होंने बताया कि आवास एवं शहरी विकास मामलों के मंत्रालय द्वारा लागू की जाने वाली इस परियोजना के द्वारा एनसीआर क्षेत्र में दिल्ली से गाजियाबाद होते हुये मेरठ को हाईस्पीड रेल सेवा से जोड़ा जाएगा।
रैपिड रेल मार्ग की कुल लंबाई 82.15 किमी होगी। इसमें 14.12 किमी मार्ग भूमिगत होगा, शेष मार्ग ऐलिवेटिड होगा। उन्होंने बताया कि इस परियोजना को पूरा करने में छह साल लगेंगे। इससे एनसीआर क्षेत्र में त्वरित यातायात सुविधा की शुरुआत होने के साथ ही इससे जुड़े क्षेत्रों में आवास एवं अन्य विकास कार्यों में तेजी आएगी। जेटली ने बताया कि इस परियोजना की कुल लागत 30272 करोड़ रुपये होगी। इसमें केंद्र सरकार 5634 करोड़ रुपये देगी।
उल्लेखनीय है कि परियोजना की कुल लागत का 40 प्रतिशत हिस्सा (लगभग 17 हजार करोड़) ऋण के रूप में जुटाया जाएगा। जबकि उत्तर प्रदेश सरकार की हिस्सेदारी 4726 करोड़ रुपये और दिल्ली सरकार की हिस्सेदारी लगभग 1100 करोड़ रुपये होगी।

जेटली ने बताया कि मंत्रिमंडल ने शहरी विकास से जुड़ी अहमदाबाद मेट्रो की दो परियोजनाओं को भी मंजूरी दी गयी। उन्होंने बताया कि अहमदाबाद मेट्रो के दूसरे चरण में दो कॉरीडोर, मोटेरा स्टेडियम से महात्मा मंदिर और गुजरात नेशनल लॉ यूनीवर्सिटी से गिफ्ट सिटी को मंजूरी दे दी गई। 
सरकार का केंद्रीय कर्मचारियों को तोहफा, 3 फीसदी बढ़ाया महंगाई भत्ता सरकार का केंद्रीय कर्मचारियों को तोहफा, 3 फीसदी बढ़ाया महंगाई भत्ता Reviewed by Akash Sharma on February 19, 2019 Rating: 5

भारत पहुंचे सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, प्रधानमंत्री मोदी ने किया स्वागत

February 19, 2019
सऊदी अरब के शाहजादे मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद मंगलवार को दो दिनों की भारत यात्रा पर पहुंचे जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रोटोकॉल से अलग हटकर हवाईअड्डे पर उनकी आगवानी की ।
सऊदी प्रिंस का स्वागत करते प्रधानमंत्री मोदी - फोटो : एएनआई

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट में कहा कि प्रोटोकाल से अलग हटते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं सऊदी अरब के शाहजादे मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज की आगवानी की । सऊदी अरब के शाहजादे भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा पर आए हैं ।
इस यात्रा के दौरान पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का विषय एक प्रमुख मुद्दा रहेगा। साथ ही दोनों देश रक्षा संबंधों में बढ़ोतरी पर भी चर्चा करेंगे जिसमें संयुक्त नौसेना अभ्यास शामिल है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दक्षिण एशिया के दौरे की शुरुआत में रविवार को इस्लामाबाद पहुंचे शाहजादे सोमवार को सऊदी अरब लौट गए थे। भारत ने उनके पाकिस्तान से यहां के दौरे पर आने को लेकर आपत्ति जताई थी।

सऊदी अरब के शाहजादे ऐसे समय में भारत की यात्रा पर आए हैं जब कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला किया था जिसमें 40 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।

विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, सऊदी अरब के शाहजादे मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्लुल अजीज अल सौद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर भारत आए हैं। भारत का यह उनका पहला सरकारी दौरा है।
सऊदी अरब के शाहजादे का मुख्य कार्यक्रम 20 फरवरी को होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ उनकी शिष्टमंडल स्तर की बैठक हैदराबाद हाऊस में होगी। प्रधानमंत्री द्वारा सऊदी अरब के शाहजादे के सम्मान में भोज दिया जायेगा। वह राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा शाहजादे के बीच बुधवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की होने वाली वार्ता में भारत पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाएगा।

विदेश मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव टी एस त्रिमूर्ति के अनुसार, सऊदी नेता के दौरे में दोनों पक्षों के बीच निवेश, पर्यटन, आवास और सूचना तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में पांच समझौतों पर दस्तखत होने की उम्मीद है। इस दौरे से भारत-सऊदी द्विपक्षीय संबंधों में नये अध्याय की शुरुआत होगी।

वहीं, मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि सऊदी अरब ने पुलवामा में 14 फरवरी को सुरक्षा बलों पर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। हम सुरक्षा और आतंकवाद निरोधक मामलों में उनके सहयोग की सराहना करते हैं।
इसमें कहा गया है कि सऊदी अरब ने आतंकवाद से जुड़ी हमारी चिंताओं के प्रति गहरी समझ दिखायी है और उसने इस वैश्विक बुराई से निपटने में भारत के साथ मिलकर काम करने पर सहमति जतायी है।

बयान में कहा गया है कि रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों का सहयोग संबंधों का एक महत्वपूर्ण आयाम है। दोनों देश संयुक्त उत्पादन और संयुक्त अभ्यास खास तौर पर संयुक्त नौसेना अभ्यास की संभावना तलाश रहे है ।

इसमें कहा गया है कि दोनों देश मंत्रालय स्तर पर ‘सामरिक गठजोड़ परिषद’ स्थापित करने को अंतिम रूप दे रहे हैं जिससे सामरिक संबंधों को गति देने में मदद मिलेगी ।

भारत और सऊदी अरब का द्विपक्षीय कारोबार साल 2017..18 में 27.48 अरब डालर रहा है। सऊदी अरब, भारत का चौथा सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी है। सऊदी अरब ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में भारत के लिये एक महत्वपूर्ण स्रोत है जो कच्चे तेल के संबंध में 17 प्रतिशत जरूरतों की आपूर्ति करता है। दोनों देश खाद्य सुरक्षा, आधारभूत ढांचा, नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्वरक जैसे क्षेत्रों में संयुक्त गठजोड़ बढ़ाने को इच्छुक हैं।
भारत पहुंचे सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, प्रधानमंत्री मोदी ने किया स्वागत भारत पहुंचे सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, प्रधानमंत्री मोदी ने किया स्वागत Reviewed by Akash Sharma on February 19, 2019 Rating: 5

आतंकी मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के लिए यूएन में प्रस्ताव लाएगा फ्रांस

February 19, 2019
मसूद अजहर

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में भारतीय सुरक्षा बल पर हुए आतंकी हमले के जिम्मेदार जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के लिए फ्रांस आगे आया है। फ्रांस ने निर्णय लिया है कि जल्द ही वह मसूद अजहर को प्रतिबंधित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव भेजेगा। ऐसा दूसरी बार होगा जब फ्रांस इस तरह का कोई प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र के पास लेकर जाएगा। बता दें कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। 

आतंकी मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के लिए यूएन में प्रस्ताव लाएगा फ्रांस आतंकी मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के लिए यूएन में प्रस्ताव लाएगा फ्रांस Reviewed by Akash Sharma on February 19, 2019 Rating: 5

Pulwama Attack: आतंकी हमले में शहीद हुए सभी जवानों के परिवारों को 5 लाख रुपये देंगे अमिताभ बच्चन

February 16, 2019
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जम्मू-कश्मीर के पुलवामा (Pulwama Attack) में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकी हमले की जितनी निंदा की जाए कम है। गुरुवार को राज्य के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी अपनी कार को CRPF की बस से टक्कर मार दी थी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। इन शहीद जवानों के लिए पूरा देश एकजुट होकर पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग कर रहा है। राज्य सरकार के अलावा बॉलीवुड के कई सेलेब्स इन जवानों के परिवार को आर्थिक सहायता हेतु कुछ राशि देने का ऐलान कर रहे हैं।

यह भी पढ़े :- सर्वदलीय प्रस्ताव में शांति की अपील को शामिल नहीं करने से निराश हूं : उमर अब्दुल्ला

कैलाश खेर उत्तर प्रदेश से हैं और उन्होंने यूपी के देवरिया जिले के शहीद विजय कुमार मौर्य के परिवार को 10 लाख रुपये की मदद देने का ऐलान किया है। वहीं महानायक अमिताभ बच्चन शहीद हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि देंगे। कुल मिलाकर अमिताभ बच्चन 2 करोड़ की राशि डोनेट कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक अमिताभ बच्चन ने हर शहीद के परिवार को 5 लाख रुपये देने का फैसला किया है। अमिताभ बच्चन ने अपने कार्यालय को पुलवामा के सभी शहीदों के घरवालों के पते इकट्ठा करने को कहा है ताकि वह हर परिवार को अपनी तरफ से आर्थिक मदद भेज सकें। अमिताभ बच्चन ने अपने स्टाफ को ये भी केंद्र सरकार से संपर्क कर इस बारे में उचित व्यवस्था करने को कहा है ताकि सभी 40 शहीदों के परिवारों को यह राशि आसानी से मिल सके। हाल ही में अमिताभ बच्चन ने महाराष्ट्र के तमाम कर्ज में डूबे किसानों को भी आर्थिक मदद की थी
इतना ही नहीं अमिताभ बच्चन ने ब्लॉग लिखकर शहीदों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की है। दुख की इस घड़ी में अमिताभ बच्चन ने शहीदों के परिवारों के प्रति हमदर्दी जताई है और अपने सारे सार्वजनिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। शनिवार को उन्हें मशहूर क्रिकेटर विराट कोहली के एनजीओ के एक कार्यक्रम में जाना था, लेकिन अमिताभ ने इस बारे में आयोजको को सूचित कर दिया है कि वह इस मानसिक स्थिति में नहीं हैं कि किसी सार्वजनिक उत्सव में शामिल हो सकें।
Pulwama Attack: आतंकी हमले में शहीद हुए सभी जवानों के परिवारों को 5 लाख रुपये देंगे अमिताभ बच्चन Pulwama Attack: आतंकी हमले में शहीद हुए सभी जवानों के परिवारों को 5 लाख रुपये देंगे अमिताभ बच्चन Reviewed by Akash Sharma on February 16, 2019 Rating: 5

ना'पाक चेहरा: 15 लाख और जन्नत के लालच से तैयार हो रहे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी

February 16, 2019
                              ना'पाक चेहरा: 15 लाख और जन्नत के लालच से तैयार हो रहे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी

यह सर्वमान्य सच है कि आमने-सामने की लड़ाई में पाकिस्तान हमारे देश से जीत नहीं सकता है। यही वजह है कि सीमा पार से लगातार परोक्ष युद्ध चलाया जा रहा है। अब तक यह आतंकी वारदातों के रूप में बम धमाके और गोलीबारी तक सीमित था, लेकिन 14 फरवरी को पाकिस्तान ने इसे और कुरूप बना दिया। इस दिन विस्फोटक से भरी कार को सीआरपीएफ की बस से टकरा दिया गया जिससे 40 जवान शहीद हो गए।

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अब सीमा पार के आतंकी संगठन कश्मीरी के भोले-भाले युवकों से कह रहे हैं कि हमारे लिए काम करो, टारगेट पूरा तो 15 लाख रुपये लो और जान चली गई तो जन्नत मिलने का दिलासा। कश्मीर में सीआरपीएफ बस पर हुए फ़िदायीन हमले के बाद ये खुलासे हो रहे हैं। अभी तक वहां जो आतंकी मारे गए हैं, उनमें से ज्यादातर का संबंध पाकिस्तान से होता है। कई बार यह भी होता है कि कश्मीरी युवकों को सीमा पार ले जाकर उन्हें ट्रेनिंग दी जाती थी। उसके बाद युवकों को दोबारा से भारतीय सीमा में धकेल दिया जाता था।
हालांकि ऐसे मामले अभी तक ज्यादा सामने नहीं आते थे। अब पुलवामा अटैक में पहली बार यह सामने आया है कि कश्मीरी युवक अपने देश के ही सुरक्षा बलों को निशाना बना रहा है। रक्षा विशेषज्ञ ब्रिगेडियर संदीप थापर का कहना है कि पाकिस्तानी आतंकी संगठनों को अपने देश में युवाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें भारतीय सीमा में भेजना अब उतना आसान नहीं रहा है। 
ऐसे में वे संगठन कश्मीरी युवकों को धर्म के नाम पर या कश्मीर की आजादी के नाम से गुमराह करने लगे हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस की ख़ुफ़िया इकाई को ऐसे सबूत मिल रहे हैं। खासतौर पर, दक्षिण कश्मीर जिसे आतंकियों का गढ़ कहा जाता है, वहां से इस तरह के इनपुट मिले हैं। पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल को इस बाबत सूचना दी गई थी। 

साथ ही गृह मंत्रालय को भी इस नए इनपुट से अवगत कराया गया था। जेएंडके पुलिस के एक अधिकारी ने इस बात को माना है कि कश्मीर में इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। बेरोजगार युवाओं को बरगलाया जा रहा है। दूसरे रक्षा विशेषज्ञ कर्नल उत्कर्ष राठौर और जीडी बख्शी का भी मानना है कि पाकिस्तानी सीमा में चल रहे आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप अब भारत में अपनी पहुंच बना रहे हैं। वे कश्मीर में पैसा भेजकर अपने नापाक इरादों को अंजाम देने की योजना बनाने में लगे हैं। 

पिछले साल व्हाट्सएप पर चल रहे थे ऐसे संदेश 

दिसंबर 2018 में सुरक्षा बलों को कुछ व्हाट्सएप संदेशों का पता लगा था, जिनमें युवाओं को धर्म के नाम पर गुमराह करने की बात सामने आई थी। जब यह पता लगा कि कश्मीर में ही कुछ ऐसे संदिग्ध तत्व हैं जो युवाओं को बैट की तरह प्रलोभन देकर उन्हें आतंकी बनाने की राह पर ले जा रहे हैं। जांच में सामने आया कि यह मैसेज सीमा पार से आ रहा था। 
दक्षिण कश्मीर से कई युवाओं को गिरफ़्तार कर उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ में यह बात निकली कि कोई व्यक्ति उन्हें हथियार चलाने की ट्रेनिंग देगा। इसके बाद उन्हें टारगेट मिलेगा। यदि वे अपने लक्ष्य को भेदने में कामयाब हो जाते हैं तो उन्हें करीब 15 लाख रुपये मिलेंगे। जन्नत मिलने का भी दिलासा देते हैं। यदि वे सुरक्षा बलों पर हैंड ग्रेनेड फेंकने में कामयाब होते हैं और वहां से बच निकलते हैं तो उसके लिए भी एक तय राशि दी जाएगी। 

पाकिस्तान में बैट को मिलता है यह सब

पाक सेना, आईएसआई और लश्कर जैसे आतंकी संगठन पाकिस्तानी जमीन पर ट्रेनिंग कैंप चलाते हैं। भारतीय फौज ने सर्जीकल स्ट्राइक कर वहां के ट्रेनिंग कैंपों को नष्ट किया था। बैट को एलओसी पर तैनात किया जाता है। जब भी इन्हें मौका मिलता है, ये भारतीय जवान पर फायरिंग कर देते हैं। कई बार हमारे जवानों को पकड़ कर मारना और और उनके शव को क्षत-विक्षत करना भी इनकी गतिविधियों में शामिल रहता है।
अगर ये हमारे जवान को घायल करते हैं या उसे मार देते हैं तो उस हिसाब से इन्हें पेमेंट मिलती है। जब कभी ये हमारे जवान की गोली का निशाना बन जाते हैं तो इन्हें पाकिस्तान में शहीद का दर्जा, 12 लाख रुपये और जन्नत का भरोसा दे देते हैं। खास बात है कि बैट के सदस्य अपना टारगेट पूरा करने के लिए कई माह तक एलओसी पर जमे रहते हैं।

जब भी कोई भारतीय जवान अपनी चौकी या दल से इधर-उधर होता है तो वे निशाना लगा देते हैं। कई बार कोई जवान जब पानी लेने या किसी अन्य कारण से गश्ती दल से पीछे रह जाता है तो बैट सदस्य उस पर फायर कर देते हैं। जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी संगठन अपने मंसूबों को पूरा करने के लिए बैट दस्ते तैयार करते हैं।

एनआईए करेगी कश्मीर आने वाली 'फंड' की जांच

पिछले कई वर्षों से एनआईए टीम को लगातार ऐसे सबूत मिल रहे हैं। वहां पर विदेशों से भी हवाला के जरिए पैसा भेजा जाता रहा है। साल 2012 में एनआईए ने जम्मू-कश्मीर स्थित एक बैंक की कथित जांच पड़ताल की थी। इतना ही नहीं, विदेशों से पैसा भेजे जाने वाली संस्थाओं की भी जांच की गई।
एनआईए के एक अधिकारी का कहना है कि अब कुछ ऐसे मामले देखने को मिल रहे हैं जिनमें विदेशों से पैसा कश्मीर पहुंच रहा है। यह किन लोगों के खातों में आता है, इस बात की पड़ताल हो रही है। जांच में हुर्रियत नेताओं और दूसरे अलगाववादी नेताओं की कथित भूमिका की भी जांच होगी। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी शुक्रवार को कहा है कि कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को मिली सुरक्षा की दोबारा से पड़ताल होगी। 
ना'पाक चेहरा: 15 लाख और जन्नत के लालच से तैयार हो रहे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी ना'पाक चेहरा: 15 लाख और जन्नत के लालच से तैयार हो रहे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी Reviewed by Akash Sharma on February 16, 2019 Rating: 5
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